{हरियाणा} मेरा पानी मेरी विरासत योजना 2021: Mera Pani Meri Virasat Yojana Registration

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Mera Pani Meri Virasat Yojana Registration- इस योजना को हरियाणा सरकार द्वारा लांच किया गया है जिसका शुभारम्भ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया था । इस योजना के माध्यम से सरकार किसानों को 7 हजार रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी । योजना के अनुसार हरियाणा सरकार ने इस योजना में उन किसानों को शामिल किया है जो की डार्क जोन में धान की खेती को कम करने या धन की खेती छोड़ने व इसके स्थान पर अन्य किस्म की खेती करे । Mera Pani Meri Virasat Yojana में सरकार धान की बुवाई को अन्य विकल्पित फसलों की बुवाई से प्रतिस्थापन के लिए किसानों को प्रोत्साहित राशि का वितरण करेगी ।

नमस्कार मित्रों , आज हमारे द्वारा आपको इस पोस्ट के माध्यम से हरियाणा सरकार की और से चलाई जा रही मेरा पानी मेरी विरासत योजना 2021 के बारे में जानकारी दी जाएगी। अगर आप भी हरियाणा के निवासी है या फिर इस Mera Pani Meri Virasat Yojana Registration के बारे में जानना चाहते है तो पोस्ट को पूरा पढ़ें -:

मेरा पानी मेरी विरासत योजना 2021

इस योजना के तहत पहले चरण में राज्य के 19 प्रखंडों को कवर किया गया है, जिसमें भूजल की गहराई 40 मीटर से अधिक है. इनमें से भी आठ प्रखंडों में उच्च धान रोपाई है जिसमें कैथल में सीवान और गुहला, फतेहाबाद में सिरसा, रतिया और कुरुक्षेत्र में शाहाबाद, इस्माइलाबाद, पिपली और बाबैन शामिल हैं। इसके अलावा इस ‘हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना’ के तहत उन क्षेत्रों को भी किया गया है जहां 50 हॉर्स पावर से अधिक क्षमता वाले नलकूपों का उपयोग किया जा रहा है।

Mera Pani Meri Virasat Yojana Highlights

योजना का नाम Mera Pani Meri Virasat
योजना क्षेत्र Hariyana
किसने लागु की CM Of Hariyana
योजना के उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहायता देना
योजना के लाभार्थी प्रदेश के किसान
योजना की प्रोत्साहित राशि 7000/-
helpline number18001802117
आधिकारिक वेबसाइट click here

Mera Pani Meri Virasat Yojana

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को योजना का नाम मेरा पानी मेरी विरासत योजना भेजा गया है। इस योजना के तहत प्रोत्साहन राशि रु. हरियाणा के डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में धान की खेती छोड़कर मक्का, अरहर, उड़द आदि धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलों की बुवाई करने वाले किसानों को राज्य सरकार द्वारा प्रति एकड़ 7 हजार रुपये दिए जाएंगे। . इस मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत, लोग मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल के माध्यम से अपने नाम का चयन करके 7000 रुपये प्रति एकड़ की आर्थिक मदद से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

हरियाणा की राज्य सरकार ने गैर-धान फसलों को वित्तीय सहायता देने के लिए पूर्व किसानों के लिए एक नया पोर्टल विकसित किया है। 6 मई 2020 को मेरा पानी मेरी विरासत योजना पेश करते हुए, राज्य सरकार के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर मक्का और दाल खरीदेगी। साथ ही प्रत्येक पात्र किसान को जल गूजर धान की स्थानापन्न फसल के बदले 7000 रुपये प्रति एकड़ जमीन मिलेगी। किसान धान की खेती के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलें उगा सकते हैं जिनमें धान की तुलना में कम पानी लगता है जैसे कि मक्का, अरहर, उड़द, ग्वार, कपास, बाजरा, तिल, ग्रीष्म मूंग (बैसाखी मूंग) आदि।

Mera Pani Meri virasat Yojana

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना की मुख्य विशेषताएं

👉 हरियाणा के मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना शुरू की है।

👉मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत राज्य सरकार किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है ताकि उन्हें धान की खेती छोड़ने में कोई परेशानी न हो।

👉 राज्य के किसान धान के अलावा अन्य वैकल्पिक फसलों जैसे मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास, सब्जियां आदि की खेती कर सकते हैं।

👉 इस योजना का शुभारंभ करते हुए हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा है कि डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में रहने वाले जो किसान धान की खेती छोड़ देंगे, उन्हें सरकार द्वारा प्रति एकड़ 7000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।

👉 हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने यह भी बताया कि जल्द ही मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के प्रचार-प्रसार के लिए एक वेब पोर्टल बनाया जाएगा, जिस पर किसान अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवाज उठा सकेंगे.

👉हरियाणा राज्य के किसी अन्य ब्लॉक में भी इच्छुक किसान धान की खेती छोड़ना चाहते हैं तो वे भी इस योजना के तहत अनुदान के लिए आवेदन कर सकेंगे।

👉 इससे आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी।

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना में किन किन क्षेत्रों को शामिल किया गया है ?

हरियाणा सरकार की ओर से लागू की गई इस योजना में जिन क्षेत्रों को शामिल किया गया है उनकी सूची निम्न है–

रतियागुहला
सीवनबाबेन
पीपलीसिरसा
शाहजहानाबादइस्माईलाबाद

मेरा पानी मेरी विरासत योजना के मुख्य लाभ और उद्देश्य

👉 मेरा पानी मेरी विरासत योजना का लाभ केवल हरियाणा राज्य के किसान ही उठा सकते हैं।
👉 इस योजना के प्रथम चरण में उन्नीस ब्लॉकों को शामिल किया गया है।
👉 मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत, हरियाणा राज्य के किसानों को राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।
👉 हरियाणा राज्य के किसी अन्य प्रखंड में यदि इच्छुक किसान धान की खेती छोड़ना चाहते हैं तो वे भी इस योजना के तहत अनुदान के लिए आवेदन कर सकेंगे।
👉 इस योजना के तहत मक्का, तुअर, मूंग, उड़द, तिल, कपास और सब्जियों की खेती की जाएगी और इन फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा.
👉 यह राशि उन किसानों को प्रदान की जाएगी जिन्होंने भूमि के कम से कम 50% क्षेत्र में फसलों का वर्गीकरण लिया हो।
👉 इस योजना के तहत हरियाणा के 100000 हेक्टेयर को मुख्य लक्ष्य माना जाएगा, जिसमें मक्का, बाजरा, कपास, दालें आदि शामिल हैं।
👉 यदि किसान हरियाणा के चयनित क्षेत्र के अंतर्गत फलदार पौधों या सब्जियों की खेती करता है, तो उद्यान विभाग द्वारा प्रचलित योजनाओं के प्रावधानों के अनुसार अनुदान राशि अलग से प्रदान की जाएगी।
👉 राज्य सरकार द्वारा फसल वैधीकरण के माध्यम से किसानों द्वारा बोई गई फसलों का फसल बीमा भी किया जाएगा।
👉 जो किसान फसल विविधीकरण को अपनाना चाहते हैं, उन्हें सूक्ष्म सिंचाई उपकरणों पर कुल लागत की केवल जीएसटी लागत का भुगतान करना होगा।
👉 हरियाणा राज्य के किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत, हरियाणा सरकार का लक्ष्य सिंचाई के पानी की खपत को कम करना है।
👉 8 प्रखंडों में धान की रोपाई अधिक है जिसमें फतेहाबाद में सीवान और गुहला, सिरसा, रतिया और कुरुक्षेत्र क्षेत्र के शाहाबाद, इस्माइलाबाद, पिपली और बबन शामिल हैं.
👉 50 अश्वशक्ति से अधिक की क्षमता वाले नलकूपों का उपयोग किया जा रहा है और जिन प्रखंडों में 35 मीटर से कम पानी है, वहां पंचायती भूमि पर धान की खेती की अनुमति नहीं है।
👉 यदि अन्य प्रखंडों के किसानों को भी धान की खेती बंद कर मक्के के अलावा अन्य विकल्प तलाशने हैं तो वे भी इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं, उन्हें भी मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत 7,000 रुपये प्रति एकड़ जमीन का प्रोत्साहन दिया जा सकता है.
👉 मक्का और दलहन की खेती में बुवाई आदि के लिए आवश्यक कृषि मशीनरी उपलब्ध कराने के साथ ही सूक्ष्म सिंचाई और ड्रिप सिंचाई के लिए भी 80% अनुदान दिया जाएगा।
👉 यह योजना और प्रक्रिया आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगी।

मेरा पानी मेरी विरासत योजना के घटक

👉 किसानों को उन जगहों पर धान की खेती करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जहां पिछले साल धान की खेती नहीं हुई थी।

👉 जिस ग्राम पंचायत में जल स्तर 35 मीटर गहरा है, वहां धान की खेती नहीं की जाएगी।

👉 जिन किसानों के नलकूप 50 हॉर्स पावर की इलेक्ट्रिक मोटर से चल रहे हैं, उन्हें धान की खेती नहीं करने दी जाएगी।

👉 खेत में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाने पर 85 फीसदी की सब्सिडी दी जाएगी।

👉इस योजना की सफलता के लिए सरकार द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

👉 इस योजना के क्रियान्वयन के लिए एक पोर्टल शुरू किया जाएगा।

Eligibility for Mera Pani MERI Virasat Scheme

अगर आपभी हरियाणा सरकार की ओर से चलाई जा रही इस ” मेरा पानी, मेरी विरासत योजना के तहत आवेदन करना चाहते है तो आपके पास नीचे बताई जा रही योग्यता होनी जरूरी है –:

👉 आवेदक हरियाणा राज्य का स्थाई निवासी हो ,

👉 आवेदक के पास खेती योग्य भूमि हो,

मेरा पानी मेरी विरासत योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

  • आवेदक का आधार कार्ड
  • पहचान पत्र
  • राशन कार्ड
  • खेती योग्य भूमि के कागजात
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक खाता

हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना में आवेदन कैसे करे ?

इस योजना में आवेदन करने के लिए आपको नीचे बताया जा रहा है , इन स्टेप्स को फॉलो करें–:

👉 सबसे पहले आपको मेरा पानी मेरी विरासत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा ,जिसके लिए यहां क्लिक करें

👉 अब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज ओपन हो जाएगा

👉 यहां पर आपको New Registration (नया आवेदन ) के विकल्प पर क्लिक करना है । इससे आप एक नए पेज पर पहुंच जाओगे ।

👉 अब इस नए पेज पर आपको अपने आधार कार्ड के नंबर को भरना है और Next पर क्लिक करके आगे बढ़ना है । ओर आगे के फॉर्म में आपको खेती की जानकारी और कृषक की अभी जानकारी को सही से भरना है ।

👉 जब सभी जानकारी सही से भर दी जाए तो Submit के बटन पर क्लिक करें। इससे आपका पंजीयन माही से जमा हो जाएगा ।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए कैसे आवेदन करे?

अगर आप ” हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत” योजना में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए आवेदन करना चाहते है तो आपको नीचे बताई गई प्रोसेस को फॉलो करना होगा –

👉 सबसे पहले आपको मेरा पानी, मेरी विरासत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा ,जिसके लिए यहां क्लिक करें

👉 इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा

👉 इस पेज में से आपको ” बाढ़ प्रभावित क्षेत्र” के लिए आवेदन के विकल्प पर क्लिक करना है । जिससे आपके सामने एक आवेदन फॉर्म ओपन हो जाएगा।

👉 इस आवेदन फॉर्म में आपको कृषक और खेती से संबंधित जानकारी को सही से भरना होगा,जैसे –: नाम ,पिता, आधार कार्ड नंबर इत्यादि

👉 जब सभी जानकारी सही से भर दी जाए तो Submit के बटन पर क्लिक करें।

इस प्रकार आप बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत आवेदन कर सकेंगे

फसल विविधीकरण के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया

  • इसके लिए सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा ।
  • यहां पर आपके सामने एक होम पेज ओपन हो जायेगा
  • इस होम पेज में से आपको ” फसल विविधीकरण के लिए पंजीयन” के विकल्प का चुनाव करना होगा , जिससे एक नया पेज ओपन हो जायेगा
  • अब आपको यहां पर अपना आधार कार्ड नंबर डालना होगा । और otp पाने के लिए क्लिक करना होगा ।
  • OTP प्राप्त होने पर इसे दिए गए बॉक्स में दर्ज करे। ओर submit पर क्लिक करें
  • अब आपके सामने एक नए पेज में फॉर्म खुल जायेगा ,जिसमे की आपको खेती की जमीन, कृषक की जानकारी और फसल का विवरण इत्यादि भरना होगा ।
  • जब सभी जानकारी सही से भर दी जाए तो सबमिट पर क्लिक करे ।
  • इस प्रकार आपका फसल विविधीकरण के लिए रजिस्ट्रेशन हो जाएगा ।

नोट–:

OTP आपके आधार कार्ड के साथ जुड़े मोबाइल नंबर पर ही आएगा

मेरा पानी मेरी विरासत योजना हेल्पलाइन नम्बर क्या है ?

अगर आप योजना के सम्बन्ध में कुछ और जानकारी लेना चाहते है तो आप नीचे बताए जा रहे नंबर पर संपर्क कर सकते है–:

Toll free number – 1800-180-2117

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