Pradhan Mantri ki Shaktiya or Karya in Hindi । प्रधानमंत्री की शक्तियां और कार्य । भारत के प्रधानमंत्री की शक्तियां । Pradhanmantri ke karya । Pradhanmantri Ki Shaktiyan kya hai । Powers of The Prime Minister of India । PM Powers । Pradhanmantri ki Shaktiyan in Hindi
प्रधानमंत्री की शक्तियाँ – संसदीय शासन प्रणाली में प्रधानमंत्री का पद सबसे अधिक महत्वपूर्ण पद होता है . क्योंकि संविधान के अनुसार ,राष्ट्रपति केवल नाममात्र का प्रधान होता है . शासन की सारी शक्ति तो केवल प्रधानमंत्री के पास होती है . भारत के प्रधानमत्री के द्वारा ही मंत्री परिषद का निर्माण और कुशल संचालन किया जाता है .
नमस्कार मित्रों, आज हमारे द्वारा आपको ‘ भारत के प्रधानमंत्री के कार्य और शक्तियों ‘ के बारे में विस्तार से बताया जायेगा. जैसा की आपको पता ही होगा की वर्तमान में भारत के प्रधानमंत्री ‘ श्री नरेंद्र मोदी ‘ बहुत से नये नये बदलाव कर रहें है . जिससे आपको भी जानने की इच्छा होगी की Pradhanmantri ki Shaktiyan kya hai . और अधिक जानने के लिए पोस्ट को आगे पढ़ें -:
प्रधानमंत्री की शक्तियां और कार्य Pradhan Mantri ki Shaktiya or Karya
भारत के प्रधानमंत्री को संविधान के अंतर्गत कई प्रकार की शक्तियाँ दी गयी है ,जिनके द्वारा वह मंत्रिपरिषद का संचालन और निर्माण भी करता है . इसके साथ साथ प्रधानमंत्री के पास राष्ट्रपति के सम्बन्ध ,संसद के सम्बन्ध में भी कई शक्तिया होती है . प्रधानमंत्री की सभी शक्तिया और कार्य आपको नीचे विस्तार से बताये जा रहें है .
प्रधानमंत्री की नियुक्ति कौन करता है ?
प्रधानमंत्री की नियुक्ति अनुच्छेद 75 (१) के अनुसार राष्ट्रपति के द्वारा ही प्रधानमत्री की नियुक्ति की जाती है . राष्ट्रपति के द्वारा किसे प्रधानमंत्री का पद दिया जाये ये स्पष्ट नहीं है .
प्रधानमंत्री की शक्तियाँ
- मंत्रिपरिषद के सम्बन्ध में
- राष्ट्रपति के सम्बन्ध में
- संसद के सम्बन्ध में
- अन्य शक्तियाँ
उक्त सभी शक्तियों के बारे में आगे विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है .
मंत्रिपरिषद के सम्बन्ध में प्रधानमंत्री की शक्तियाँ
क्योकि प्रधानमंत्री ,मंत्रिपरिषद का प्रमुख होता है तो इसकी मृत्यु या पद से त्याग पत्र दे देने के बाद कोई भी मंत्री कार्य नहीं कर सकते है . और दूसरी और जब अन्य कोई भी मंत्री की मृत्यु या त्याग पत्र दे देने पर उसकी रिक्तता भरने के लिए प्रधानमंत्री स्वतंत्र होता है . केन्द्रीय मंत्रिपरिषद के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री की शक्तियाँ निम्न है -:
- प्रधानमंत्री के द्वारा मंत्री नियुक्त करने हेतु अपने दल के व्यक्तियों की सिफारिश की जाती है .
- प्रधानमंत्री के द्वारा ही अन्य सभी मंत्रियो को मंत्रालय आबंटित किये जाते है .
- इसके द्वारा ही मंत्रिपरिषद के बैठक की अध्यक्षता की जाती है .
- इसके द्वारा अन्य सभी मंत्रियों की गतिविधियों को नियंत्रित किया जाता है .
- प्रधानमंत्री के त्याग पत्र देने से मंत्रिपरिषद बर्खास्त हो जाता है .
इन्हें भी पढ़ें – राष्ट्रपति की योग्यता और सैलरी
इसे भी पढ़ें – राष्ट्रपति पर महाभियोग कैसे चलाया जा सकता है
राष्ट्रपति के सम्बन्ध में प्रधानमंत्री की शक्तियाँ
राष्ट्रपति के सम्बन्ध में प्रधानमंत्री निम्न शक्तियों का उपयोग कर सकता है –
- प्रधानमंत्री ही मत्रिपरिषद और राष्ट्रपति के बिच संवाद की मुख्य कड़ी है .
- इसके द्वारा ही राष्ट्रपति को विभिन्न आधिकारियों -: महालेखानियंत्रक , महालेखापरीक्षक , वित्त आयोग का अध्यक्ष , संघ लिक सेवा आयोग का अध्यक्ष व इनके सदस्यों की नियुक्ति का परामर्श देता है .
संसद के सम्बन्ध में प्रधानमंत्री की शक्तियाँ
प्रधानमंत्री निचले सदन का नेता होता है . इसके तहत प्रधानमंत्री निम्न बताई जा रही शक्तियों का उपयोग कर सकता है -:
- यह सभा में सरकार की नीतियों की घोषणा करता है.
- प्रधानमंत्री किसी भी समय लोकसभा को विघटित करने के लिए राष्ट्रपति को इसकी सिफारिश कर कर सकता है .
- प्रधानमंत्री के द्वारा राष्ट्रपति को संसद का सत्र आहूत करने या फिर सत्रावसान करने सम्बन्धी परामर्श दिया जाता है .
अन्य शक्तियाँ
उपर बताये गयी शक्तियों और कार्यों के आलावा भी प्रधानमंत्री की कुछ और शक्तियाँ होती है ,जो की आगे बताई गयी है –
- प्रधानमंत्री निति आयोग, राष्ट्रीय एकता परिषद, अन्त्रराजीय परिषद और राष्ट्रीय जल संसाधन केद्र का अध्यक्ष होता है .
- यह देश की विदेशी निति को मूर्त रूप देने की भूमिका भी निभाता है
- यह केंद्र सरकार का मुख्य प्रवक्ता होता है
- यह सत्ताधारी दल का नेता होता है
- प्रधानमंत्री के द्वारा आपातकाल में राजनैतिक स्तर पर प्रबन्धन किया जाता है
- प्रधानमंत्री ही सेनाओं का राजनैतिक प्रमुख होता है .
प्रधानमंत्री की भूमिका
देश में प्रधानमंत्री की राजनीतिक और प्रशासनिक व्यवस्था में विशेष भूमिका होती है . और प्रधानमंत्री संसद में भी अहम् भूमिका निभाता है . इसके लिए डॉ. भीम राव आंबेडकर ने भी कहा है की ” हमारे संविधान के अंतर्गत किसी कार्यकारी की यदि अमेरिका के राष्ट्रपति से तुलना की जाये तो वह प्रधानमंत्री है , न की राष्ट्रपति ”
प्रधानमंत्री का वेतन
वैसे तो प्रधानमंत्री का वेतन इतना नहीं है जितना की आम लोग सोचते है की प्रधानमंत्री को सलरी में बहुत पैसा मिलता है लेकिन एसा नहीं है क्योकि इन्हें भी पूर्व निर्धारित वेतन ही मिलता है जो की भत्तो सहित लगभग 2 लाख है . यहाँ विस्तार से जाने की प्रधानमंत्री का वेतन कितना है ?
FAQs- Pradhanmantri ki Shaktiyan or Karya
मंत्रिपरिषद का प्रमुख कौन होता है ?
मंत्रिपरिषद का प्रमुख प्रधानमंत्री होता है .
भारत के प्रधानमंत्री के पास कौन-कौनसी शक्तियाँ है ?
भारत के प्रधानमंत्री के पास संविधान के अनुसार संसद, मंत्रिपरिषद,राष्ट्रपति के सम्बन्ध में कई मुख्य शक्तिया है ,जिनका विस्तार से विवरण इस पोस्ट में बताया गया है .
भारत का प्रधानमंत्री मुख्य है ?
केंद्र सरकार का
Pradhan Mantri ki Shaktiya or Karya Kya Hai ?
प्रधानमंत्री के पास ऐसी बहुत सी शक्तियां होती है ,जिनसे की वह मंत्री परिषद और संसद में अहम् भूमिका निभाता है . सभी को हमारे द्वारा इस पोस्ट में बताया जा चूका है .
प्रधानमंत्री की शक्तियां क्या होती हैं?
प्रधानमंत्री को विभिन्न क्षेत्रों में कुछ शक्तियां होती हैं, जैसे कि संवैधानिक शक्ति, नीति तय करने की शक्ति, शासन करने की शक्ति, निर्णय लेने की शक्ति, अधिकार और कर्तव्यों की वितरण करने की शक्ति और इसी प्रकार की कुछ अन्य शक्तिया जो की उपर लेख में बताई गयी है .
भारत के प्रधानमंत्री की स्थिति का वर्णन कीजिए
वर्तमान में, भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी हैं। उन्होंने 2014 में भारतीय राजनीति में एक बड़ा बदलाव लाया जब उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से भारतीय जनता पार्टी को हराया और प्रधानमंत्री बनने का मौका मिला। उन्होंने अपने प्रधानमंत्रित्व काल में विभिन्न उद्देश्यों जैसे विदेश नीति, आर्थिक विकास, लोक कल्याण, स्वच्छता आदि के लिए दृष्टिकोण निर्धारित किए हैं।
Related Posts :
7 thoughts on “प्रधानमंत्री की शक्तियाँ और कार्य Pradhan Mantri ki Shaktiya or Karya in Hindi”