Kusum Yojana-
राजस्थान में किसानो की वर्तमान स्थिति को मद्देनजर रखते हुए और देश में किसानो को खेतीबाड़ी में और ज्यादा विकसित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की और से एक नई योजना की शुरुआत की गई ,जिसका नाम ‘कुसुम योजना{Solar Pump Scheme} ‘ है । इस योजना का सीधा लाभ किसानो को मिलेगा ,जो अपने खेतो में आसानी से सिंचाई न होने से काफी परेशान है। क्योकि Kusum Solar Pump Yojana
में किसानो को सिंचाई के लिए सौर उर्जा से चलित सोलर पंप उपलब्ध करवाए जायेगे। ताकि कोई भी किसान सिंचाई से वंचित न हो। प्रधानमंत्री कुसुम योजना
में राज्य के सभी डीजल और बिजली से चलने वाले सिचाई पम्पों को सोलर पम्प में बदला जायेगा।
Koi Ignore Kare to Kya Kare – जानिए जब कोई ignore करे तो क्या करना चाहिए
नमस्कार मित्रों, आज आपको इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको "Kusum Yojana Online Apply"
के बारे में अपडेट देने जा रहे है। अगर आप भी राजस्थान के निवासी है और Kusum Solar Yojana में ऑनलाइन आवेदन और Solar Pump Scheme के बारे में जानना चाहते है तो पोस्ट को अंत तक पढ़ें –
Kusum Yojana – 2022 { कुसुम योजना क्या है? }
भारत सरकार ने किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महा अभियान के तहत कुसुम योजना नामक एक परियोजना शुरू की है। योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी बर्बाद भूमि का उपयोग करने के लिए सौर पंप प्रदान करना है। इसके अलावा, सरकार किसानों को बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा उत्पन्न करने और ग्रिड को अधिशेष बेचने में मदद करती है। किसानों को Kusum Solar Yojana के माध्यम से उनके संबंधित भूमि में स्थापित व्यक्तिगत सौर पंप की कुल लागत पर लगभग 90% अनुदान मिलेगा।
Kusum Solar Yojana Highlights
योजना का नाम | कुसुम योजना 2022 [Kusum Yojana ] |
योजना का आम बजट | 10000 करोड़ |
योजना के लाभार्थी | राज्य के किसान |
योजना के उद्देश्य | राज्य के किसानो को रियायती मूल्य पर सोलर पम्प उपलब्ध करवाना |
योजना में आवेदन | केवल ऑनलाइन आवेदन |
आधिकारिक वेबसाइट | क्लिक करे |
कुसुम योजना 2022 नई अपडेट
Kusum Solar Yojana के तहत, राज्य सरकार ने अगले 10 वर्षों में 17.5 लाख डीजल पंप और 3 करोड़ कृषि पंपों को सौर पंपों में बदलने का लक्ष्य रखा है। यह राजस्थान के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। सरकार ने राज्य के किसानों के खेतों में सौर पंप स्थापित करने और सौर उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये का प्रारंभिक बजट आवंटित किया (सौर पंपों को स्थापित करने और सौर उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए, 50 हजार करोड़ रुपये का प्रारंभिक बजट आवंटित किया गया था। ) किया गया है। Kusum Solar Yojana के तहत, राज्य के 20 लाख किसानों को 2020 -21 के बजट में सौर पंप स्थापित करने में मदद की जाएगी।
Kusum Yojana Online Apply
केंद्र और राज्य सरकार की इस Kusum Solar Yojana के जरिये किसान अपनी जमीन पर सौर ऊर्जा से चलित पंप लगा सकेंगे और फसल को उचित सिचाई न मिलने वाली परेशानियों से छुटकारा पा सकेंगे। ये योजना बिजली बचाने में भी काफी कारगर साबित होगी क्योकि इसमें बिजली और डीजल से चलित पम्पो को पूर्णत बंद कर दिया जायेगा और उनकी स्थान पर सोलर सिस्टम के पम्प को उपयोग में लाया जायेगा ।सरकार की इस योजना का भी आम बजट है जो की 50 हजार करोड़ के लभग है और इस योजना को कई चरनों में पूरा किया जायेगा जिसके प्रथम चरण में 17.5 लाख पम्पो का नवीकरण किया जायेगा ।
Kusum Yojana के मुख्य उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानो को सिचाई में होने वाली परेशानियों से छुटकारा देना है क्योकि किसान की फसलों को कई बार तो समय पर सिंचाई नही मिल पाता और कभी सिंचाई के लिए आवश्यक निजी संसाधन नही होते। ।यह योजना सोलर पम्प से जुडी है क्योकि इस योजना से जो सोलर पेनल लगाये जायेंगे उनसे बिजली का अतिरिक्त उत्पादन होगा जिसको अन्य कामो में भी उपयोग किया जा सकता है । इस योजना का उद्देश्य किसानों को खेती करने के लिएअधिक से अधिक प्रोत्साहित करना है ताकि इनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो ।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लिए आवेदन शुल्क क्या है?
Kusum Solar Yojana के तहत, सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक को 5000 रूपये प्रति मेगावाट और जीएसटी का आवेदन शुल्क भी देना होगा। यह शुल्क भुगतान प्रबंध निदेशक, राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के नाम से डिमांड ड्राफ्ट के रूप में किया जाएगा। 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट तक के अनुप्रयोगों के लिए आवेदन शुल्क निम्नानुसार हैं-
👉 0.5 मेगावाट हेतु = 2500 रूपये + GST अतिरिक्त
👉 1 मेगावाट हेतु = 5000 रूपये + GST अतिरिक्त
👉 1.5 मेगावाट हेतु = 7500 रूपये + GST अतिरिक्त
👉 2 मेगावाट हेतु = 10000 रूपये + GST अतिरिक्त
कुसुम योजना के सफल क्रियान्वन में राजस्थान पहले नंबर पर
किसानों की आय बढ़ाने के लिए कुसुम योजना शुरू की गई। यह योजना दिन के दौरान बिजली प्रदान करने और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने में फायदेमंद साबित हुई है। देश भर में इस योजना के कार्यान्वयन में राजस्थान पहले स्थान पर है। इस योजना के तहत राजस्थान में बिजली उत्पादन की सुविधा शुरू हो गई है। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा संचालित प्रधान मंत्री कुसुम घटक ए योजना के तहत जयपुर के जिला कोटपूतली तहसील के भालोजी गाँव में पहला सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया है। जिसके लिए लगभग 3.70 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। किसान देवकरण यादव द्वारा 3.50 एकड़ भूमि पर परियोजना की स्थापना की गई है।
Kusum Solar Yojana में वित्तीय संसाधनों की गणना किस प्रकार होगी ?
प्रधानमंत्री Kusum Solar Yojanaके तहत वित्तीय संसाधनों की गणना दो प्रकार से की जाएगी जिसमे की निवेश की राशि ,वाषिक आय ,सौर पम्प की अवधि इत्यादि को आधार माना जायेगा और किसान स्वंय अपनी भूमि पर भी पम्प लगा सकते है या फिर भूमि सरकार को लीज पर भी दे सकते है। कुसुम योजना में वित्तीय संसाधनों की गणना निम्न है –
किसान द्वारा स्वंय प्रोजेक्ट लगाने पर
👉 सौर ऊर्जा संयंत्र की क्षमता – 1 मेगावाट
👉 अनुमानित निवेश – 3.5 से 4 करोड़ रूपये प्रति मेगावाट
👉 अनुमानित वार्षिक विद्युत उत्पादन – 17 लाख यूनिट
👉 अनुमानित टेरिफ – 3.14 रूपये प्रति यूनिट
👉 कुल अनुमानित वार्षिक आय – 53,00,000 रूपये
👉 अनुमानित वार्षिक खर्च – 5 लाख रूपये
👉 अनुमानित वार्षिक लाभ – 48,00,000
👉 कुल अनुमानित आय {25 वर्ष की अवधि के लिए }– 12 करोड़ रूपये
किसान द्वारा अपनी भूमि लीज पर देने पर
👉 1 मेगावाट के लिए आवश्यक भूमि – 2 हेक्टेयर
👉 प्रति मेगावाट विधुत उत्पादन – 17 लाख यूनिट
👉 अनुमानित लीज रेंट – 1.7 लाख से 3.4 लाख रूपये
⚡⚡⚡Kusum Solar Yojana के माध्यम से किसानों तक बिजली पहुंचाई जाएगी और बंजर भूमि से पैसा कमाया जाएगा।Kusum Yojana Pump Vitran Scheme में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की अवधि
कुसुम योजना
के तहत आवेदन करने के बाद सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए संबंधित विभाग द्वारा एसपीजी को प्राधिकरण का पत्र जारी किया जाएगा। पत्र जारी करने की तारीख से 9 महीने की अवधि के भीतर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करना अनिवार्य है। अगर इस अवधि के दौरान सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित नहीं किया जाता है, तो जुर्माना देना होगा। सौर ऊर्जा संयंत्र
के लिए पीपीए अवधि के दौरान कम से कम 15% वार्षिक क्षमता उपयोग कारक बनाए रखना अनिवार्य है। यदि क्षमता उपयोग कारक 15% से कम है, तो इस स्थिति में मुआवजा देना होगा। यदि एसपीजी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज गलत पाए जाते हैं, तो आवेदन को किसी भी स्तर पर अमान्य किया जा सकता है।
Kusum Yojana के महत्वपूर्ण तथ्य
- कुसुम योजना की एक विशेष विशेषता यह है कि केंद्र सरकार इस योजना के तहत संयंत्र की कुल लागत का 30% देगी, राज्य सरकार 30% राशि देगी, इसके अलावा 30% राशि नाबार्ड या अन्य वित्तपोषित संस्था राशि कृषि उपभोक्ताओं को ऋण के रूप में मिलेगी ।
- इसका मतलब यह है कि केवल 10% राशि किसानों को देनी होगी।
- इसके अलावा, शेष बिजली भी किसान द्वारा बेची जा सकती है यदि अतिरिक्त बिजली का उत्पादन किया जाता है।
- आवेदन के समय आवेदक के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना अनिवार्य है।
- सरकार द्वारा सब्सिडी की राशि आवेदक के खाते में भेजी जाएगी।
- इसके अलावा, किसानों, डिस्कॉम और बैंकों के साथ तीसरे पक्ष के समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। किसान द्वारा बेची गई बिजली की कमाई को दो भागों में विभाजित किया जाएगा।
- पहला हिस्सा उपभोक्ता का होगा और दूसरा हिस्सा ऋण की किस्त का होगा।
- Kusum Solar Yojana के माध्यम से किसानों तक बिजली पहुंचाई जाएगी और बंजर भूमि से पैसा कमाया जाएगा।
कुसुम योजना के लाभार्थी कौन है ?
- किसान
- किसानों का समूह
- सहकारी समितियां
- पंचायत
- किसान उत्पादक संगठन
- जल उपभोक्ता एसोसिएशन
कुसुम योजना 2022 का सरकारी बजट
ये Kusum Solar Yojana केंद्र और राज्य सरकार की मिलीजुली योजना है और यह योजना पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के द्वारा लांच की गयी ।अन्य योजनाओ की तरह इसका भी एक पूर्व निर्धारित आम बजट है जो की 10000 करोड़ रूपये है ! ये योजना कृषि और ऊर्जा मंत्रालय के अधीन है .
कुसुम योजना में सरकार का अनुदान
इस Kusum Solar Yojana के लिए 10 वर्ष का समय निर्धारित किया गया है जिसमे प्रथम चरण में 17.5 लाख डीजल पम्पो को भी सोलर पम्पो में बदला जायेगा .इस योजना में किसानों को अपने खेत में सौर ऊर्जा से चलित पम्प लगवाने के सरकार के द्वारा कुल लागत का 60 % हिस्सा दिया जायेगा और 30%स्थानीय बैंक के द्वारा ऋण दिया जायेगा और बाकि का केवल 10% ही किसान को स्वयं वहन करना होगा।
Kusum Yojana Pump Vitran Scheme के कंपोनेंट्स
इस योजना के कुछ कंपोनेंट्स है जिन पर ये योजना टिकी हुई है जो की निम्न है
- सौर पम्प वितरण – इस योजना के प्रथम चरण में केंद्र सरकार सम्बन्धित विभागों के साथ मिलकर सौर ऊर्जा चलित पम्पो का सफल वितरण करेगी।
- सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण –इसमें विभाग के द्वारा पर्याप्त मात्र में बिजली के उत्पादन के लिए सौर उर्जा के कारखानों का निर्माण किया जाएगा।
- ट्यूबेल की स्थापना – सरकार के द्वारा ट्यूबेल की स्थापना की जाएगी ताकि कुछ निश्चित मात्र में बिजली उत्पादन हो सके।
- वर्तमान पम्पो का नवीनीकरण – इस क्रिया में सरकार के द्वारा उन सभी पुराने [डीजल और पेट्रोलियम चलित ] सिंचाई पम्पो को सौर ऊर्जा पम्पो में बदल दिया जायेगा।
Kusum Yojana के मुख्य लाभ
- किसानों को फसल सिंचाई में फायदा होगा
- सौर ऊर्जा पम्पो से बिजली की खपत में कमी आएगी
- किसानों को बारहमासी फसल उत्पादन में सहायता होगी
- बंजर भूमि का उचित उपयोग होगा ,क्योकि ये सौर पेनल बंजर भूमि में लगाये जायेंगे
- किसानो के द्वारा सौर पम्पो से 28 हजार मेगावाट अतिरिक्त बिजली का निर्माण होगा
- उपभोग से अतिरित बिजली को किसान सरकार को बेच सकता है जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है
- किसान की फसलो को उचित समयानुसार पानी मिल सकेगा
- इस योजना से किसानो को रियायती मूल्य पर सिंचाई पंप उपलब्ध होगे
- 10 लाख ग्रिड से जुड़े कृषि पम्पो को सोलर उर्जा पम्पो में बदला जायेगा
- ये सौर पंप देश के विकास में अहम भूमिका निभायेगे !
कुसुम योजना में आवेदन के दस्तावेज [ Documents For Kusum Solar Yojana]
- आवेदनकर्ता किसान का आधार कार्ड
- आवेदनकर्ता की बैंक पासबुक
- आय का प्रमाण पत्र
- पते का प्रमाण
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- जमीन के खसरा खतोनी
Kusum Yojana की पात्रता {eligibility of Kusum Yojana Pump Vitran Scheme}
👉 आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए।
👉 आवेदक कुसुम योजना के तहत सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए 0.5 मेगावाट से लेकर 2 मेगावाट तक की क्षमता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
👉 आवेदक अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट क्षमता या वितरण निगम द्वारा अधिसूचित क्षमता (जो भी कम हो) के लिए आवेदन कर सकता है।
👉 Kusum Solar Yojana के लिए प्रति मेगावाट लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
👉 इस योजना के तहत, परियोजना के लिए किसी भी वित्तीय योग्यता की आवश्यकता नहीं है।
👉 यदि किसी डेवलपर के माध्यम से आवेदक द्वारा परियोजना का विकास किया जा रहा है, तो डेवलपर की नेट वर्थ 1 करोड़ रूपये होनी चाहिए ।
कुसुम योजना में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
सरकार की इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है जो की नजदीकी ग्राहक मित्र [E -MITRA ] से या घर बेठे भी किया जा सकता है ,जिसके लिए कुछ चरणों को पूरा करना पड़ता है जो निम्न है-
- योजना में आवेदन करने के लिए आवेदककर्ता को सबसे पहले इसकी अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, जिसके बाद एक होम पेज खुल जायेगा
- इस पेज में आपको ‘कुसुम योजना के लिए आवेदन’ [APPLY FOR KUSUM YOJNA ] पर क्लिक करना होगा
- कुसुम योजना में आवेदन पर क्लिक करने के बाद एक न्य पेज खुलेगा जो की एक फार्म होगा इसमें आवेदनकर्ता का नाम ,पत्ता ,आधार और बैंक अकाउंट नंबर ,और मोबाइल नंबर आदि जानकारी को भरना होगा
- सब जानकारी सही ढंग से भरने के बाद सबमिट [SUBMIT ] पर क्लिक करना होगा
- इस प्रकार आपका पंजीकरण हो जायेगा ,और लाभार्थी को सौर पम्प की 10%लगत सम्बन्धित विभाग में जमा करवाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए जाएँगे .
Kusum Yojana में लाभार्थी सूची में आपना नाम कैसे देखे ?
- कुसुम योजना के अंतर्गत सौर उर्जा संयंत्र लगाने हेतु चयनित आवेदकों के नाम देखने के लिए सबसे पहले आपको इसकी अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
- इसके बाद जो पेज ओपन हुआ है उसमे ‘कुसुम योजना[KUSUM YOJNA PUMP VITRAN SCHEME] के लिए पंजीकृत आवेदकों की सूची ‘पर क्लिक करना होगा .
- एस प्रकार एक NEW पेज ओपन होगा जिसमे चयनित आवेदकों के नाम की सूची होगी ,जिसमे आप आसानी से अपना नाम देख सकते है .
हेल्पलाइन नंबर
- contact number- 011 -243600707, 011-24360404
- Tollfree number – 18001803333
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर {FAQs}
प्रश्न 1. कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट कौनसी है ?
उत्तर- http://rreclmis.energy.rajasthan.gov.in/kusum.aspx
प्रश्न 2. कुसुम योजना के लिए कम से कम कितनी भूमि होनी चाहिए ?
उत्तर – Kusum Solar Yojana के लिए प्रति मेगावाट लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
प्रश्न 3. क्या किसान कुसुम योजना हेतु सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए अपनी भूमि लीज पर दे सकते है ?
उत्तर – जी हाँ , कोई भी किसान अपनी इच्छा से भूमि को लीज पर दे सकता है।
प्रश्न 4. Kusum Solar Yojana में किसान को कितना व्यय करना पड़ेगा ?
उत्तर- इस योजना के तहत किसान को कुल लगत का 10 प्रतिशत ही सहन करना होगा।
👉👉👉👉उक्त पोस्ट के द्वारा आपको Kusum Solar Yojana के बारे में सभी जानकारी दी गयी है जिसमे आपको आवेदन और इसकी पात्रता जानने में आसानी होगी । अगर इसके बाद भी आपकी कोई अन्य queryहो तो आप हमें कमेंट्स कर सकते है । पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिए आपका शुक्रिया !👉👉👉👉
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